1 अक्टूबर के दिन प्रधानमंत्री जी के द्वारा 5G की शुरुआत की गई 5G विधिवत रूप से शुरू हो गया है लेकिन देश में अब यह बहस छिड़ गई है कि इसकी वजह से देखना जिस तरह कोरोनावायरस आया था उसी तरह अचानक कैंसर के बहुत से मरीज देखने को मिलेंगे।
आपको याद होना चाहिए देश में हाल ही के अंदर भारत में आयोजित की गई एक मोबाइल कांग्रेस के भीतर प्रधानमंत्री के द्वारा 5G लॉन्च किया गया देश के अंदर जब प्रधानमंत्री द्वारा मोबाइल कांग्रेस के अंदर जब 5G सिस्टम लॉन्च किया गया तो उस समय बहुत सी चीजें हम को जानने को मिली।आइए जानते हैं क्या है अपडेट 4G की तुलना में 5G के अंदर डाटा की स्पीड 10 गुना बढ़ जाएगी।प्रधानमंत्री जी ने इवेंट में लांच करते समय विधिवत तरीके से पूरे प्रोसेस को किया प्रधानमंत्री ने इस घटना को इतिहासिक भी बताया क्योंकि इंटरनेट 4G ने किस तरह आज हम लोगों को सूचना के क्षेत्र में इतना आगे पहुंचा दिया 5G निश्चित ही हमारे लिए कुछ और नई माइलस्टोन स्थापित करेगा इसी को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री जी ने इसे ऐतिहासिक बताया गया।इसके साथ प्रधानमंत्री ने यहां पर एक और बात की चर्चा की चर्चा थी कि हम लोग 4 pillars पर हैं हमने 4 pillers पर डिजिटल योजना बनाई है 4 pillers कौन-कौन से हैं-
सबसे पहली चीज लोगों को लगता है जब हम कहते हैं कि हमारे द्वारा डिजिटल इंडिया चलाया जा रहा है तो लोग समझते हैं सरकारी योजनाएं अब ऑनलाइन हो जाएंगी इसका मतलब केवल इतना है लेकिन जब की प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसा नहीं है वास्तव में जब हमारे द्वारा यह शब्द बोला जाता है कि हम डिजिटल कर रहे हैं इसका मतलब यह होता है कि हम डिवाइसिस की कीमत को कम कर रहे हैं डिवाइस की कनेक्टिविटी को बढ़ा रहे हैं डाटा की कीमत को कम कर रहे हैं और सबसे बड़ी बात हम लोगों के दिमाग में डिजिटल सोच विकसित कर रहे हैं।
देश के अंदर 170 हजार से अधिक देश के गांव ऐसे हैं जिनमें ऑप्टिकल फाइबर केवल बिछाई जा चुकी है यानी कि जो नेट है वह तार के माध्यम से पहुंचाया जा चुका है भारत इंडस्ट्री 4.0 रिवॉल्यूशन का नेतृत्व कर रहा है साथ-साथ यह भी चीज कहीं गई कि गांव के बच्चों तक ऑनलाइन की शिक्षा को सुनिश्चित करने के लिए 1 मील का पत्थर साबित होगा। देश के अंदर 5G से कनेक्टेड एंबुलेंस भी शुरू कर दी गई इसके अंदर क्या हुआ डॉक्टर पूरा टाइम वीडियो के माध्यम से पेशेंट के साथ जुड़े हुए थे जिससे डॉक्टर को पूरी जानकारी मिल रही थी
5G के नुकसान
क्या 5जी की सर्विस की वजह से कैंसर हो सकता है क्या विमानों को चलने में दिक्कत आ सकती है क्या कोरोनावायरस हो सकता है क्या पागलपन हो सकता है एक-एक करके सारी चीजों के बारे में आइए बात करते हैं-
जो रेडिएशन हम लोग 5G 4G के अंदर यूज करते हैं वह रेडिएशन हमारे शरीर को आयनित नहीं करती हैं तो कैंसर भी नहीं करती है ऐसा कोई भी क्लेम सामने नहीं आया है
WHO की रिपोर्ट जो कुछ सालों पहले आई थी उसके अनुसार मोबाइल इस्तेमाल करने की वजह मोबाइल इस्तेमाल करने की बजाय शराब पीने यह मीट खाने से कैंसर होने का ज्यादा खतरा है। इसका कोई भी प्रमाण ऐसा प्राप्त नहीं है कि जिसकी वजह से कैंसर होता है तो आयोनिक रेडिएशन गामा रे एक्सरे अल्ट्रा वाइड विकिरणें यह फिर भी नुकसानदायक है लेकिन आपके लिए बिल्कुल भी नुकसानदायक नहीं है। एक्सपर्ट इस पर खूब रिसर्च कर चुके है और चल भी रही है।

नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम हैं दीप्ति गुप्ता मैं एक स्टूडेंट हूँ और साथ मे ब्लॉगिंग भी करती हूँ NewsPur ब्लॉग पर मैं पढ़ाई से जुड़ी हुई जानकारी Share करती हूँ